SBI Personal Loan: अगर आपको अचानक पैसों की ज़रूरत पड़ जाए जैसे घर में कोई मेडिकल इमरजेंसी, शादी का खर्च, बच्चों की फीस या कोई बड़ा फर्नीचर लेना हो तो बैंक से पर्सनल लोन लेना एक आसान और तेज़ तरीका होता है। SBI यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया देश का सबसे भरोसेमंद सरकारी बैंक है, और इसका पर्सनल लोन स्कीम भी काफी सरल और ग्राहकों के लिए फायदेमंद है। अब सवाल ये है कि अगर आप ₹7 लाख का पर्सनल लोन लेते हैं तो हर महीने कितनी EMI बनेगी और ब्याज कितना देना होगा? चलिए आपको पूरी डिटेल समझाते हैं।
SBI पर्सनल लोन की शर्तें और ब्याज दर क्या है?
SBI पर्सनल लोन कई कैटेगरी के लोगों को मिलता है जैसे कि सैलरीड व्यक्ति, पेंशनधारक, या कोई सरकारी कर्मचारी। ब्याज दर आमतौर पर 11.15% से 13.75% सालाना के बीच होती है, जो आपकी इनकम और क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करती है।
लोन की अवधि आप 1 साल से लेकर 6 साल (12 से 72 महीने) तक चुन सकते हैं। अगर आप EMI को छोटा रखना चाहते हैं तो लंबी अवधि चुन सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि इससे कुल ब्याज बढ़ जाता है।
₹7 लाख के लोन पर कितनी बनेगी EMI? देखें पूरा कैलकुलेशन
यहां हमने SBI पर्सनल लोन पर तीन अलग-अलग अवधि (3 साल, 5 साल और 6 साल) के लिए EMI का कैलकुलेशन किया है। इसमें ब्याज दर का औसतन 12.50% सालाना लिया गया है।
लोन अमाउंट | अवधि | ब्याज दर | मासिक EMI | कुल भुगतान | कुल ब्याज |
₹7,00,000 | 3 साल | 12.50% | ₹23,429 | ₹8,43,444 | ₹1,43,444 |
₹7,00,000 | 5 साल | 12.50% | ₹15,737 | ₹9,44,220 | ₹2,44,220 |
₹7,00,000 | 6 साल | 12.50% | ₹14,150 | ₹10,18,800 | ₹3,18,800 |
EMI की गणना स्टैंडर्ड पर्सनल लोन कैलकुलेटर से की गई है। ब्याज दरों और शर्तों के अनुसार वास्तविक EMI थोड़ी बहुत ऊपर-नीचे हो सकती है।
क्या SBI से लोन लेना फायदेमंद है?
SBI की सबसे बड़ी खासियत है उसका भरोसा और देशभर में फैला नेटवर्क। इसके अलावा, SBI में प्रोसेसिंग फीस भी कम होती है और कोई छिपा हुआ चार्ज नहीं रहता। कई बार बैंक ऑफर्स के तहत जीरो प्रोसेसिंग फीस और ब्याज दर में छूट भी देता है।
अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है और इनकम भी स्थिर है, तो SBI से लोन मिलने में कोई खास दिक्कत नहीं आती। खासकर सरकारी या सैलरीड कर्मचारियों को इस बैंक से जल्दी अप्रूवल मिल जाता है।
निष्कर्ष
अगर आप ₹7 लाख का लोन लेना चाहते हैं तो SBI पर्सनल लोन आपके लिए एक भरोसेमंद विकल्प हो सकता है। EMI कितनी बनेगी ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी अवधि के लिए लोन लेते हैं। कम समय की EMI ज्यादा होती है लेकिन ब्याज कम देना पड़ता है, वहीं लंबी अवधि में EMI तो कम होती है लेकिन कुल ब्याज ज्यादा चुकाना होता है। इसलिए सोच-समझकर फैसला लें और EMI कैलकुलेटर से पहले ही कैलकुलेशन कर लें।
Disclaimer: यह लेख जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। ब्याज दरें और टर्म्स समय-समय पर बदल सकती हैं। लोन लेने से पहले SBI की ऑफिशियल वेबसाइट या नजदीकी ब्रांच से ताज़ा जानकारी ज़रूर लें। ऊपर दिया गया कैलकुलेशन अनुमान के आधार पर है।